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I’m Ajay! Welcome to my blog

Right Seeing
Ajay Shukla

नमस्ते, मैं अजय शुक्ला – एक डिजिटल मार्केटिंग रणनीतिकार, उद्यमी, पूर्व पत्रकार और ज्ञान का आजीवन खोजी हूँ। ढाई दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, मैंने व्यवसाय, डिजिटल रणनीति और आध्यात्मिकता के क्षेत्रों में यात्रा की है, जहाँ व्यावहारिक सफलता और गहन आत्म-चिंतन का समन्वय किया है।

True Ajay के माध्यम से, मैं अपनी यात्रा से प्राप्त अंतर्दृष्टि साझा करता हूँ – व्यक्तिगत चिंतन, रणनीतिक विकास परामर्श, और आंतरिक स्पष्टता के मार्ग। यह स्थान ज्ञान और प्रज्ञा का संगम है, जो लचीलापन, जीवन के उद्देश्य, और गहरी समझ को प्रेरित करने के लिए समर्पित है।

ऐसी जगह में आपका स्वागत है जहाँ अनुभव और अंतर्दृष्टि मिलते हैं, और विकास एवं आत्म-खोज की यात्रा कभी समाप्त नहीं होती।

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Unfiltered reflections on life experiences and the world.

Sanatan Soul

Sanatan Soul

Exploring timeless wisdom and spiritual insights.

Web Developer Nightmares: Why 69% of Projects Fail (CEO’s Real Story)

After building healthcare platforms across Delhi NCR, I discovered why web development projects consistently fail. From fresh graduates taking 6 months for simple websites to senior developers requiring constant ego massage, here’s the brutal truth backed by industry research and real case studies.

सृष्टि का आरंभ: शून्य से सब कुछ तक की संपूर्ण यात्रा

सृष्टि का आरंभ: शून्य से सब कुछ तक की संपूर्ण यात्रा

सृष्टि के आरंभ का सबसे गहरा रहस्य इस सरल सत्य में छुपा है – जब परम शून्यता स्वयं को अनुभव करना चाहती है, तभी सृष्टि का जन्म होता है। यह लेख शिव चेतना से लेकर संपूर्ण ब्रह्मांड तक की उस अद्भुत यात्रा को उजागर करता है जो हर आत्मा को करनी पड़ती है।

नेति नेति की अवस्था से सब कुछ बनने तक, और फिर सब कुछ छोड़कर वापस शुद्ध चेतना तक पहुंचने की यह संपूर्ण प्रक्रिया वास्तव में अहंकार की मृत्यु और शिव तत्व के पुनरागमन की कहानी है। जानिए कैसे आध्यात्मिक साधना के माध्यम से हम उसी मूल स्रोत तक वापस पहुंच सकते हैं जहां से हमारी यात्रा शुरू हुई थी।

यह केवल दर्शन नहीं, बल्कि उस व्यावहारिक ज्ञान का सार है जो हमें वर्तमान क्षण में पूर्ण चैतन्यता के साथ जीने की कला सिखाता है। शिव = कुछ भी नहीं – यह समीकरण समझना ही मुक्ति का द्वार है।

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